न्यूयॉर्क और लॉस एंजिल्स जैसे शहर जो कि हॉलीवुड सितारों का गढ़ माने जाते हैं. अब धीरे-धीरे वीरान हो रहे हैं. एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, हॉलीवुड के बड़े सितारे अमेरिका छोड़कर अरब देशों की ओर रुख कर रहे हैं, जहां जीरो इनकम टैक्स और प्राइवेसी जैसे आकर्षक फायदे मिल रहे हैं. इस बदलाव का सबसे बड़ा कारण बताया जा रहा है अमेरिका में बढ़ता टैक्स का बोझ, जो सेलिब्रिटी की कमाई पर भारी पड़ रहा है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि न्यूयॉर्क और लॉस एंजिल्स में रियल एस्टेट की कीमतें भले ही अब कम हो रही हों, लेकिन वहां का हाई टैक्स सिस्टम हॉलीवुड सितारों को परेशान कर रहा है. कैलिफोर्निया और न्यूयॉर्क जैसे राज्यों में इनकम टैक्स की दरें 10% से 13% तक हैं, जो हाई-नेट-वर्थ व्यक्तियों के लिए बड़ा खर्चा है. वहीं, दूसरी ओर अरब देशों जैसे संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और सऊदी अरब में पर्सनल इनकम पर कोई टैक्स नहीं है. यह सेलिब्रिटी के लिए अपनी कमाई को बचाने का एक बड़ा मौका है.
दुबई और अबू धाबी जैसे शहरों में न केवल टैक्स छूट है, बल्कि लग्जरी लाइफस्टाइल, गेटेड कम्युनिटी, और प्राइवेट बीच जैसी सुविधाएं भी हैं, जो सितारों को आकर्षित कर रही हैं. रिपोर्ट के अनुसार, कई सेलिब्रिटी अब इन जगहों पर स्थायी या अस्थायी रूप से शिफ्ट हो रहे हैं, ताकि वे अपनी कमाई को सुरक्षित रख सके. अमेरिका में टैक्स सिस्टम के अलावा, बढ़ती महंगाई और प्रॉपर्टी टैक्स भी सितारों के लिए चुनौती बन रहे हैं.
अमेरिका में खर्च ज्यादा
लॉस एंजिल्स में एक लग्जरी घर पर सालाना प्रॉपर्टी टैक्स लाखों डॉलर तक हो सकता है. वहीं, अरब देशों में ऐसी कोई लागत नहीं है. यह प्रवृत्ति केवल हॉलीवुड सितारों तक सीमित नहीं है; कई बिजनेस टाइकून और स्पोर्ट्स पर्सनैलिटी भी इस दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं. हालांकि, कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह पलायन केवल टैक्स बचाने तक सीमित नहीं है. अरब देशों में बढ़ता मनोरंजन उद्योग और ग्लोबल इवेंट्स भी सितारों को वहां खींच रहे हैं.